इस वर्ष 8 जून 2013 शनिवार को शनि जयंती पर 30 वर्ष बाद कई योग बन रहे हैं। इस दिन शनिवार की अमावस्या भी है और शनि जयंती भी, इसके साथ ही शनि अपनी उच्च राशि तुला में स्थित है और शनि वक्री है। हालांकि इससे पहले शनिवार की अमावस्या और शनि जयंती का योग 2010 में बना था लेकिन उस समय शनि उच्च का न होकर कन्या राशि में स्थित था।
यहां जानिए उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार शनि जयंती के खास योग और चमत्कारी उपाय, यदि आप मालामाल होना चाहते हैं तो जरूर करें ये उपाय… ये उपाय सभी राशि के लोग कर सकते हैं…
पं. शर्मा के अनुसार इस वर्ष उच्च के शनि के साथ राहु भी स्थित है। ऐसा योग 1834 और 1845 में था किंतु इन दोनों वर्ष में शनि जयंती शनिवार की अमावस्या पर नहीं आई थीं। अत: इस वर्ष यह एक दुर्लभ योग बन रहा है जो सदियों में बनता है। जिसमें शनि तुला राशि मे उच्च का होकर राहु के साथ स्थित है। शनि जयंती पर शनिवार की अमावस्या का भी योग है। शनि एवं राहु की युति अब सन् 2161 एवं 2218 में भी बनेगी किंतु उसमें भी शनि जयंती शनिश्चरी अमावस्या का यह योग नहीं बनेगा।
पं. शर्मा के अनुसार शनि जयंती पर हनुमानजी को चोला चढ़वाना अति शुभ होगा। इसके साथ ही हमें स्वयं के शरीर पर तेल मालिश करना चाहिए। गरीबों को अन्न, जल का दान करें। स्वयं के पुराने वस्त्रों का त्याग करें और जरूरतमंद को दान करें। शनि जयंती पर खाने में तली हुई चीजों का सेवन लाभकारी होगा।
शनि जयंती पर बनने वाले दुर्लभ योग में लक्ष्मी का पूजन एवं हवन का भी श्रेष्ठ फल प्राप्त होता है। पितरों को श्राद्ध उनका असीम तृप्ति प्रदान करेगा। ध्यान रखें शाम होने के बाद तीर्थों के जल में स्नान नहीं करें। शनिवार की रात में पीपल के चारों ओर घी का दीपक लगाएं एवं उड़द की दाल का छिड़काव करें।
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